सेलिब्रिटी ज्योतिष आचार्य सुनील कुमार जी के अनुसार पितृ पक्ष और श्राद्ध पूजा का ज्योतिषीय महत्व
हिंदू धर्म में पितरों यानी पूर्वजों का स्थान अत्यधिक महत्वपूर्ण होता है। हमारे जीवन की सुख-समृद्धि, शांति, और सफलता में पूर्वजों के आशीर्वाद का विशेष योगदान होता है। जब पूर्वज संतुष्ट और प्रसन्न होते हैं, तो जीवन की अनेक कठिनाइयाँ स्वयं समाप्त हो जाती हैं। यदि पितरों की आत्मा अशांत होती है या उनके कर्म अधूरे रहते हैं, तो परिवार और वंशजों को पितृ दोष का सामना करना पड़ता है। ऐसे में पूर्वजों का आशीर्वाद प्राप्त करने और पितृ दोष से मुक्ति पाने के लिए श्राद्ध पूजा का विशेष महत्व है।
सेलिब्रिटी ज्योतिष आचार्य सुनील कुमार जी बताते हैं कि पितृ पक्ष के दौरान श्राद्ध पूजा करना, केवल एक धार्मिक कर्तव्य नहीं है बल्कि यह पूर्वजों से आशीर्वाद प्राप्त करने और पितृ दोष से मुक्ति पाने का एक प्रभावी उपाय है।
श्राद्ध पूजा और पूर्वजों का आशीर्वाद क्यों महत्वपूर्ण है?
पूर्वजों का आशीर्वाद हमारे जीवन की बाधाओं को दूर करने में सहायक होता है। ज्योतिषीय दृष्टिकोण से, पूर्वजों की संतुष्टि और शांति व्यक्ति के जीवन को समृद्ध, शांतिपूर्ण और सफल बनाती है। आचार्य सुनील कुमार जी के अनुसार, जब पूर्वजों की आत्मा को शांति नहीं मिलती है, तो यह पितृ दोष का कारण बनता है और जीवन में निम्नलिखित समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं:
• संतानहीनता
• आर्थिक संकट
• मानसिक तनाव
• पारिवारिक कलह
• स्वास्थ्य समस्याएँ
पितृ दोष क्या है और इसका ज्योतिषीय महत्व
आचार्य सुनील कुमार जी के अनुसार, पितृ दोष तब उत्पन्न होता है जब हमारे पूर्वजों की आत्मा को शांति नहीं मिलती या उनके अधूरे कर्म समाप्त नहीं होते हैं। ज्योतिष शास्त्र में इसे सूर्य, राहु या केतु की प्रतिकूल स्थिति से जोड़ा जाता है। जब कुंडली में नवम भाव में सूर्य या राहु-केतु की स्थिति प्रतिकूल होती है, तो पितृ दोष प्रकट होता है, जो परिवार और व्यक्ति के जीवन में समस्याओं का कारण बनता है।
श्राद्ध पूजा: पितृ दोष से मुक्ति के उपाय
श्राद्ध पूजा के माध्यम से पितृ दोष को दूर किया जा सकता है। यह पूजा विशेषतौर पर पितृ पक्ष के दौरान की जाती है। इस समय पूर्वजों की आत्माएँ पृथ्वी पर आती हैं और उनके वंशजों द्वारा किए गए अनुष्ठान और श्राद्ध कर्म उन्हें शांति प्रदान करते हैं। आचार्य सुनील कुमार जी के अनुसार, तर्पण, पिंडदान और विशेष मंत्रों का उच्चारण करने से पितरों की कृपा प्राप्त होती है।
श्राद्ध पूजा के ज्योतिषीय लाभ
सेलिब्रिटी ज्योतिष आचार्य सुनील कुमार जी बताते हैं कि श्राद्ध पूजा करने से न केवल पितृ दोष समाप्त होता है, बल्कि व्यक्ति को कई अन्य लाभ भी प्राप्त होते हैं:
• सुख-समृद्धि में वृद्धि: पितरों का आशीर्वाद प्राप्त कर व्यक्ति के जीवन में सुख-समृद्धि और शांति आती है।
• नवम भाव की शुद्धि: नवम भाव पूर्वजों का प्रतिनिधित्व करता है और इसका शुद्ध होना जीवन में सफलता और उन्नति के लिए आवश्यक है।
• संतान प्राप्ति: जिन लोगों के लिए संतान सुख प्राप्त करने में कठिनाई हो रही है, उनके लिए श्राद्ध पूजा अत्यधिक लाभकारी होती है।
पूर्वजों का आशीर्वाद प्राप्त करने के अन्य ज्योतिषीय उपाय
आचार्य सुनील कुमार जी द्वारा बताए गए अन्य उपायों में तर्पण, पिंडदान, और गाय को भोजन कराना जैसे कार्य शामिल हैं, जो पितरों की आत्मा को शांति प्रदान करते हैं। इसके अलावा, धार्मिक ग्रंथों का पाठ करना भी एक महत्वपूर्ण उपाय है।
आचार्य सुनील कुमार जी द्वारा श्राद्ध पूजा और अन्य उपाय
आचार्य सुनील कुमार जी के गहन ज्योतिषीय ज्ञान और अनुभव ने उन्हें इस क्षेत्र में विशेष स्थान दिलाया है। उनकी पूजा विधियों और पितृ दोष निवारण के उपाय अत्यधिक प्रभावी माने जाते हैं। उनके मार्गदर्शन में किए गए श्राद्ध पूजा और उपायों से व्यक्ति अपने जीवन में पितरों का आशीर्वाद प्राप्त कर सकता है।
निष्कर्ष
पितरों का आशीर्वाद प्राप्त करना जीवन में सुख, शांति और समृद्धि का एक महत्वपूर्ण स्रोत है। यदि आपकी कुंडली में पितृ दोष है या आप पितृ पक्ष में श्राद्ध पूजा करवाना चाहते हैं, तो सेलिब्रिटी ज्योतिष आचार्य सुनील कुमार जी की सेवाएं आपके लिए सबसे बेहतर विकल्प हैं। उनके द्वारा किए गए श्राद्ध पूजा और अन्य ज्योतिषीय उपाय जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं।
आज ही आचार्य सुनील कुमार जी से संपर्क करें और पूर्वजों का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए श्राद्ध पूजा और अन्य ज्योतिषीय उपायों का लाभ उठाएँ।